*अमृतधारा क्या है ?*
https://youtu.be/OqyS5iV0OJk
*अमृत धारा आयुर्वेद की एक बहुत ही जानी - मानी औषधि है जो कई बीमारियों को आसानी से उपचार कर देती है । बदलते मौसम , गर्मी की तपन , लु , धूल भरी हवाओं , खान - पान में गड़बड़ी के कारण सिरदर्द , उल्टी , अपच , हैजा , दस्त , बुखार , शरीर में दर्द , अजीर्ण जैसे रोग घेर लेते हैं । ऐसे में आयुर्वेदिक औषधि अमृतधारा इन रोगों में रामबाण की तरह सहायक हो सकती है । इस दवा की दो - चार बूढे एक कप सादे पानी में डालकर पीने मात्र से ही तुरन्त लाभ मिलता है । सिरदर्द हो , जहरीला ततैया काट ले तो इसे लगाते मात्र से ठीक हो जाता है । गले के दर्द व सूजन में गरारे करने पर तुरंत लाभ मिलता है । यह दवा पूरे परिवार के लिए लाभदायक है क्योंकि यह पूर्ण प्राकृतिक हैं ।*
*अमृतधारा बनाने की विधि :*
*पुदीना अजवायन सत व भीमसेनी कपूर*
*तीनो को बराबर मात्रा में मिलाने से औषधि बन जाती है । ये तीनों किसी भी आयुर्वेद की दुकान से उपलब्ध हो सकते हैं । एक काँच की शीशी में तीनों को सम मात्रा में मिलाकर ठण्डे स्थान पर रखें । प्लास्टिक की शीशी में इसे कदापि न रखें ।*
*दूसरी विधि : + 50 ग्राम पिपरमेंट 50 ग्राम अजवाइन पाउडर + 50 ग्राम लाल इलाइची + 50 ग्राम देशी कपूर 20 मिली लीटर लौंग का तेल 20 मिली लीटर दालचीनी का तेल सारी समाग्री को मिलाकर शीशी में रखें।*
*अमृतधारा सेवन विधि : अमृतधारा की दो तीन बून्द बडे कप पानी में डालकर योग करें*
*अमृतधारा के फायदे :*
*1 - अमृतधारा कई बीमारियों में दी जाती हैं , जैसे बदहजमी , हैजा और सिर - दर्द ।*
*2 - बदहजमी - थोड़े से पानीमें तीन - चार बूंद अमृतधारा की डालकर पिलाने से बदहजमी , पेटदर्द , दस्त , उलटी ठीक हो जाती है । चक्कर आने भी ठीक हो जाते हैं ।*
*3 - हैजा - एक चम्मच प्याजके रसमें दो बूंद अमृतधारा डालकर पीने से हैजा में फायदा होता है*
*4 . सिर दर्द - अमृतधाराकी दो बूंद ललाट और कान के आस - पास मसलने से सिरदर्द को फायदा होता है*
*5 - छाती का दर्द - मीठे तेल में अमृतधारा मिलाकर छाती पर मालिश करने से छातीका दर्द ठीक हो जाता*
*6 - जुकाम - इसे सूंघने से सांस खुलकर आता है तथा जुकाम ठीक हो जाता है ।*
*7 - मुह के छाले - थोडे से पानीमें एक - दो बूद अमृतधारा डालकर छालों पर लगानेसे फायदा होता है ।*
*8- दांत दर्द: अमृतधारा की 2 बून्द रुई के सहारे रखने से दन्त शूल नस्ट होता है*
*9-खाँसी दमा क्षयरोग :- 4 5 बून्द गुनगुने पानी में सुबह शाम पीने से नस्ट होता है*
*10-हृदय रोग- आंवले के मुरब्बे पर 2 3 बून्द डालकर खाने से*
*11-पेट दर्द- बताशे पर 2 बून्द अमृतधारा डालकर खाने से उदर शूल नस्ट होता है*
*12- मन्दाग्नि-भोजन के बाद 2 3 बून्द सादे पानी में मिलाकर पीने से मन्दाग्नि दूर होती है*
*13-कमजोरी- 10 ग्राम देशी गाय के मख्खन 5 ग्राम शहद व 2 3 बून्द अमृतधारा सुबह शाम सेवन से कमजोरी दूर होती है*
*14-हिचकी- 2 3 बून्द सीधे जीभ पर लेने के बाद आधे घण्टे तक कुछ भी सेवन न करने से हिचकी नस्ट हो जाती है*
*15-खुजली-10 ग्राम निम तेल में 5 बून्द अमृतधारा मिलाकर लगाने से खुजली नस्ट हो जाती है*
*16 - मधुमक्खी के काटने पर - त��
...
https://www.youtube.com/watch?v=GpPrnRhQ3RE
SwasthSamriddhParivar Telegram Video Meeting पर आपको आमन्त्रित करता है...
https://t.me/swasthsamriddhparivar
Telegram Video Meeting Link :
https://t.me/swasthsamriddhparivar?videochat
ऋषियों,महर्षियों व श्री राजीव दीक्षित जी के सपनों का भारत बनाने हेतु [ प्रतदिन निर्धारित समय पर इसी Link से जुड़कर चिकित्सीय लाभ प्राप्त कर सकते हैं। ]
◼️?ऋषियों के मान्यताओं के आधार पर आयुर्वेद को पुनः स्थापित करने हेतु आ चुका है "आयुर्वेद के विषय पर आलोचना सत्र।"?
◼️?वक्ता :आयुर्वेद विशेषज्ञ वैद्यमित्र श्री सत्यवान नायक जी(हिन्दी भाषा में !? समय : प्रतिदिन सायं 7:45-9Pm तक)?
_?आयोजक : Team-स्वस्थसमृद्धपरिवार | चिकित्सा क्रान्ति !
...
https://www.youtube.com/watch?v=QhRROPuRxE8